| Article Title | कमलेश्वर की कहानियो में सामाजिक चेतना : विशेष अध्ययन | 
| Author(s) | प्रवीण कुमार दुबे. | 
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| Abstract | कमलेश्वर भारतीय साहित्य के एक प्रमुख कथाकार थे, जिन्होंने अपनी कहानियों के माध्यम से समाज के विविध पक्षों को उद्घाटित किया। उनकी कहानियाँ सामाजिक विषमताओं, वर्ग संघर्ष, और मानवीय संवेदनाओं को उभारने का महत्वपूर्ण कार्य करती हैं। उनकी कहानियाँ आज भी प्रासंगिक हैं क्योंकि वे समकालीन समाज की उन समस्याओं को उजागर करती हैं जो आज भी हमारे समाज में विद्यमान हैं। उनका लेखन समाज को उसकी सीमाओं, समस्याओं, और संभावनाओं से अवगत कराता है और साथ ही समाज को सुधार की दिशा में सोचने पर विवश करता है। कमलेश्वर ने अपने साहित्यिक सफर में न केवल कहानियाँ, बल्कि उपन्यास, निबंध और फिल्म पटकथाएँ भी लिखीं। उनकी लेखनी में समाज के प्रति गहरी संवेदनशीलता और बदलाव की आकांक्षा स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। उन्होंने अपने पात्रों के माध्यम से समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार, गरीबी, असमानता और संघर्ष को उजागर किया। उनकी रचनाओं में एक सामान्य व्यक्ति की जीवन की कठिनाइयाँ और संघर्ष को मानवीय दृष्टिकोण से देखा गया है, जो उन्हें हिंदी साहित्य का एक महत्वपूर्ण साहित्यकार बनाता है। | 
| Area | हिन्दी साहित्य | 
| Issue | Volume 2, Issue 3 (July - September 2025) | 
| Published | 24-07-2025 | 
| How to Cite | Shodh Sangam Patrika, 2(3), 18-22. | 
 
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