Article Title |
स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता पर शिक्षकों की धारणाओं का एक विश्लेषणात्मक अध्ययन |
Author(s) | KRISHNA KUMAR SARHAN. |
Country | |
Abstract |
स्कूली शिक्षा समाज के बौद्धिक और नैतिक विकास की नींव रखती है। इसकी गुणवत्ता केवल पाठ्यक्रम की संरचना या परीक्षा प्रणाली तक सीमित नहीं होती, बल्कि शिक्षकों की भूमिका, शिक्षण विधियों, विद्यालयी वातावरण, प्रशासनिक सहयोग और संसाधनों की उपलब्धता सहित कई कारकों पर निर्भर करती है। शिक्षकों का दृष्टिकोण इस संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे शिक्षा प्रणाली के मूल घटक हैं और शैक्षिक सुधारों के प्रभाव को सीधे अनुभव करते हैं। शिक्षकों का मानना है कि पाठ्यक्रम की प्रासंगिकता, कक्षा में संवादात्मक शिक्षण, मूल्यांकन की निष्पक्षता, छात्र-शिक्षक अनुपात, शैक्षिक नवाचारों का समावेश और प्रशासनिक सहयोग, शिक्षा की गुणवत्ता को गहराई से प्रभावित करते हैं। इसके अतिरिक्त, शिक्षकों की प्रशिक्षण आवश्यकताएँ, पेशेवर विकास के अवसर और शिक्षण में तकनीकी संसाधनों का प्रभाव भी इस अध्ययन के महत्वपूर्ण निष्कर्षों में शामिल हैं। अध्ययन में यह भी स्पष्ट हुआ कि विद्यालयी वातावरण और नीति-निर्माण में शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी से शिक्षा की गुणवत्ता में सकारात्मक सुधार किया जा सकता है। शिक्षकों ने यह सुझाव दिया कि शिक्षा प्रणाली को अधिक व्यावहारिक, समावेशी और आधुनिक बनाने के लिए नीतिगत बदलाव आवश्यक हैं। यह शोध नीति-निर्माताओं, शिक्षा प्रशासकों और शिक्षकों के लिए उपयोगी सिद्ध हो सकता है, जिससे एक प्रभावी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रणाली का निर्माण संभव हो सके। |
Area | शिक्षा शास्त्र |
Published In | Volume 2, Issue 1, March 2025 |
Published On | 27-03-2025 |
Cite This | SARHAN, KRISHNA KUMAR (2025). स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता पर शिक्षकों की धारणाओं का एक विश्लेषणात्मक अध्ययन. Shodh Sangam Patrika, 2(1), pp. 63-73. |